सितंबर में कब-कब बंद रहेंगे स्कूल, छुट्टियों की लिस्ट आई सामने यहां देखें September 2025 School Holidays List

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सितंबर का महीना त्योहारों और खास मौकों से भरा हुआ होता है। इस साल सितंबर 2025 में भी कई ऐसे दिन पड़ रहे हैं, जब छात्रों को स्कूल से छुट्टी मिलेगी। कहीं गणेश चतुर्थी, शिक्षक दिवस और दुर्गा पूजा की धूम रहेगी तो कहीं ओणम और बतुकम्मा जैसे क्षेत्रीय त्योहार मनाए जाएंगे। यह समय सिर्फ छात्रों के लिए ही नहीं बल्कि अभिभावकों और पैरेंट्स के लिए भी खास होता है, क्योंकि छुट्टियों के दौरान परिवार एक साथ समय बिता सकता है और त्योहारों का आनंद ले सकता है।

हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि छुट्टियों की सूची हर राज्य और क्षेत्र के हिसाब से अलग हो सकती है। अलग-अलग राज्यों का शिक्षा विभाग और स्कूल मैनेजमेंट अपनी-अपनी हॉलिडे लिस्ट जारी करता है। इसलिए छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्कूल की आधिकारिक छुट्टियों की सूची जरूर चेक करें।

कब-कब रहेंगे स्कूल बंद?

  • 5 सितंबर (शुक्रवार) – शिक्षक दिवस और मिलाद-उन-नबी : ज्यादातर राज्यों में स्कूल बंद रहेंगे, हालांकि कुछ जगहों पर इस दिन कार्यक्रम भी आयोजित हो सकते हैं।
  • 17 सितंबर (बुधवार) – ओणम और विश्वकर्मा पूजा : केरल और दक्षिण भारत में ओणम की वजह से स्कूल बंद रहेंगे। साथ ही विश्वकर्मा पूजा पर भी कई राज्यों में अवकाश रहेगा।
  • 21 सितंबर (रविवार) – बतुकम्मा : तेलंगाना और आसपास के इलाकों में इस दिन स्कूलों में छुट्टी होगी।
  • 22 सितंबर (सोमवार) – महालया / दुर्गा पूजा / नवरात्रि की शुरुआत : कई राज्यों में अवकाश रहेगा।
  • 29 सितंबर (सोमवार) – दुर्गा पूजा सप्तमी : इस दिन भी ज्यादातर राज्यों में स्कूल बंद रहेंगे।
  • 30 सितंबर (मंगलवार) – दुर्गा पूजा अष्टमी : लगातार दूसरे दिन भी अवकाश रहेगा।

किन मौकों पर स्कूल रहेंगे खुले?

सितंबर महीने में हिंदी दिवस, इंजीनियर्स डे, विश्व पर्यटन दिवस, अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस जैसे कई अवसर मनाए जाएंगे। लेकिन इन मौकों पर स्कूल बंद नहीं होंगे और पढ़ाई सामान्य रूप से जारी रहेगी।

September 2025 School Holidays List

कुल मिलाकर, सितंबर का महीना त्योहारों और खास आयोजनों से भरा हुआ है। छात्रों के लिए यह सिर्फ आराम का मौका नहीं बल्कि नई ऊर्जा के साथ पढ़ाई शुरू करने का समय भी है। वहीं अभिभावकों के लिए यह अवसर है कि वे परिवार संग मिलकर परंपराओं का आनंद लें और बच्चों को सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ें।